May 13, 2024, 04:33 PM IST

हर तवायफ के लिए ज़रूरी थी इन 3 चीजों की पढ़ाई

Smita Mugdha

तवायफों की जिंदगी के बारे में अब जानकारी का मुख्य स्रोत साहित्य और इतिहास की किताबें ही रही हैं. 

आम तौर पर तवायफों के कोठे पर कमसिन उम्र से ही लड़कियों की ट्रेनिंग शुरू कर दी जाती थी. 

क्या आप जानते हैं कि तवायफ बनने के लिए जैसे कुछ संस्कार जरूरी होते थे उसी तरह से कुछ चीजें भी पढ़ाई जाती थीं. 

तवायफों को अक्षर ज्ञान और उर्दू-फारसी के अलावा उर्दू शेर, गजल, शायरी की तालीम दी जाती थी.

हर तवायफ को खास तौर पर बचपन से ही संगीत की शिक्षा दी जाती थी जिसके लिए दिग्गज कलाकार और गुरु बुलाए जाते थे. 

तवायफों को कथक समेत कई तरह के नृत्य की शिक्षा दी जाती थी और इसके लिए छोटी उम्र से ही रिवाज शुरू होता था. 

गीत-संगीत और शायरी के अलावा तवायफों को महफिल में व्यवहार करने का तौर-तरीका भी सिखाया जाता था. 

समय की जरूरतों को देखते हुए कोठे पर रिकॉर्ड लगाने, चलाने से लेकर शतरंज खेलने की भी ट्रेनिंग दी जाती थी.

तवायफों की हुनर और तालीम वक्त के मुताबिक बदलती रही और कई तवायफ तो AIR रेडियो पर भी प्रस्तुति देती थीं.