Dec 18, 2024, 07:22 PM IST
अंधे पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गौरी किस तरह चक्रव्यू में फंसाया?
Rahish Khan
सम्राट पृथ्वीराज चौहान की वीरता और शौर्य के किससे आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं.
वह चौहान वंश के आखिरी शासक थे. उनके बाण चलाने की कला का हर कोई मुरीद था.
मोहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज चौहान पर 17 बार आक्रमण किया, लेकिन हर बार उसे हार का सामना करना पड़ा था.
पृथ्वीराज और गौरी की बीच कई युद्ध हुए थे. लेकिन 1192 में हुआ तराइन का युद्ध भीषण माना जाता है.
इस युद्ध में मुहम्मद गौरी ने पृथ्वीराज चौरान को पराजित कर दिया और बंदी बनाकर अपने साथ गजनी ले गया.
गजनी में पृथ्वीराज चौहान को अंधा बनाकर काल कोठरी में डाल दिया गया. वहां उनकी मुलाकात चंदरबरदाई से हुई.
दोनों ने गौरी को मारने प्लानिंग की. इसके लिए चंदबरदाई ने एक कविता याद की. जिसके जरिए वो पृथ्वीराज को संकेत देने वाले थे कि गौरी कहां बैठा है.
पृथ्वीराज और चंदबरदाई को जब गौरी के सामने लाया गया तो उन्होंने कुछ पंक्तियां पढ़ीं.
चंदबरदाई ने संकेत दिया 'चार बांस चौबीस गज अंगुल अष्ट प्रमाण ता ऊपर सुल्तान है मत चूके चौहान'.
इसके बाद पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गौरी पर निशाना साधा और तीर मारकर हत्या कर दी थी.
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