May 23, 2024, 11:27 PM IST

जब साबुन था न सर्फ, तब कैसे चमकाए जाते थे राजा-रानियों के कपड़े

Rahish Khan

समय के हिसाब से लोगों का लाइफस्टाइल बदल चुका है. अगर पैसा हो तो इंसान अब क्या कुछ नहीं कर सकता.

एक समय था जब गंदे कपड़े धोने के लिए सिर्फ तालाब या कुएं का पानी हुआ करता था. लेकिन अब तरह-तरह के साबुन-सर्फ आ चुके हैं.

इनसे कपड़े धोने में ज्यादा मेहनत भी नहीं लगती है और चकाचक सफाई भी हो जाती थी. 

ऐसे में सवाल ये है कि जब साबुन-सर्फ नहीं होते थे तो राजा-रानियों के कपड़े कैसे चमकाए जाते थे?

दरअसल, उस जमाने में रीठा का इस्तेमाल कपड़े धोने में किया जाता था. इससे महंगे सूती और रेशमी कपड़ों को धोया जाता था. 

महलों में रीठा के पेड़ लगाए जाते थे. प्राचीन काल में रीठा का इस्तेमाल साबुन-सर्फ की तरह होता था.

इसके छिलकों को पानी में डाला जाता था, जिससे झाग पैदा होते थे. फिर उसमें कपड़ों को डाल दिया जाता था.

राजा-रानियों के कपड़ों को धोने के लिए इसी का इस्तेमाल किया जाता था. रीठा से कपड़े साफ भी हो जाते और चमक भी आ जाती थी.

इतना ही नहीं, रीठा का इस्तेमाल बालों को धोने में भी किया जाता था. इससे शैंपू भी बनाए जाते हैं. ये आज भी खासा लोकप्रिय है.