Jan 30, 2024, 10:48 AM IST

ये था महात्मा गांधी का प्रिय भजन, हर भारतवासी को जरूर सुनना चाहिए

Smita Mugdha

30 जनवरी, 1948 का दिन भारतीयों पर कहर बनकर टूटा, जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सीने पर नाथूराम गोडसे ने गोलियां दागी थीं. 

बापू सशरीर दुनिया छोड़कर भले ही चले गए हों, लेकिन उनक विचार करोड़ों भारतीयों के मन में प्रेरणा बन बसे हुए हैं.

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर जानते हैं कि बापू के प्रिय भजन कौन से थे.

गुजराती कवि नरसी मेहता का रचित वैष्णव जन ते तेन कहिये जे भजन बापू को बेहद प्रिय था. इस भजन में सत्य, करुणा, क्रोध से मुक्ति का वर्णन है.

इसके अलावा, बापू का एक और बेहद प्रिय भजन था रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम.

बापू के दोनों प्रिय भजनों में करुणा, अहिंसा और मानवतावाद का संदेश है जिसकी दुनिया को आज पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है.

महात्मा गांधी की गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर से अच्छी मित्रता थी और उनके लिखे गीतों को पढ़ना भी बापू बेहद पसंद करते थे.

बापू के विचारों और जीवन की चर्चा आज पूरे विश्व में होती है और इसे आम जनमानस के लिए आदर्श माना जा रहा है.

भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका समेत कई यूरोपीय और अफ्रीकी देशों में भी गांधी के विचारों और आदर्शों को पहुंचाने के लिए स्टडी सेंटर खुले हुए हैं.