Mar 18, 2024, 11:10 PM IST
क्या मुगलों के लिए अय्याशी का अड्डा था मीना बाजार
Kavita Mishra
आगरा किले के अंदर बने मीना बाजार को लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं.
यह दिल्ली गेट से मोती मस्जिद की तरफ जाने वाले मार्ग पर यह स्थित है.
कुछ इतिहासकारों के अनुसार, मुगल दरबारियों के परिवार की महिलाएं यहां बाजार लगाया करती थीं.
शाही परिवार के सदस्य बाजार में खरीदारी करते थे. इतना ही नहीं बल्कि कहा जाता है कि मीना बाजार में बिकने वाली चीज़ें बाहर की तुलना में महंगी बिकती थीं.
इस बाजार में महिलाएं ही खरीदार और सामान बेचने वाली होती थीं. मुगल बादशाह अकबर ने ही मीना बाजार की शुरुआत की थी.
बताया जाता है कि मीना बाजार में केवल मुगल घराने से ताल्लुक रखने वाले कुछ लोगों को ही खरीदारी करने की छूट थी.
दावा किया जाता है कि शहंशाह शाहजहां और मुमताज की पहली मुलाकात मीना बाजार में ही हुई थी.
सोशल मीडिया पर भी आपको मीना बाजार को लेकर कई तरह के पोस्ट दिख जाते होंगे, जिसमें लोग कई तरह के दावे करते नजर आते हैं.
कुछ लोगों का दावा है कि मुगलों के लिए मीना बाजार अय्याशी का अड्डा था लेकिन ऐसा कहीं भी लिखा हुआ नहीं मिलता है.
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