राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के आंकड़ों के अनुसार, भारत की 15 से 49 वर्ष की आयु की कम से कम दो-तिहाई आबादी रोजाना, साप्ताहिक या कभी-कभार मांस खाती है. NHFS-4 के मुकाबले ये आंकड़ा बढ़ गया है.
नागालैंड में मांस की खपत सबसे अधिक है, जहां 99.8% लोग स्वयं को मांसाहारी बताते हैं.
नागालैंड
पश्चिम बंगाल में 99.3% लोग मांस खाते हैं.
पश्चिम बंगाल
यहां 99.1% लोग मांसाहारी भोजन पसंद करते हैं. यहां की मालाबार चिकन बिरयानी भी फेमस है.
केरल
चिकन करी, मटन फ्राई और विभिन्न प्रकार के सी फूड जैसे मसालेदार और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए लोकप्रिय आंध्र प्रदेश में 98.25% लोग खुद को मांसाहारी बताते हैं.
आंध्र प्रदेश
तमिलनाडु के 97.65% लोग मांसाहारी भोजन पसंद करते हैं, खासकर चिकन बिरयानी, जो राज्य के कई लोगों की पसंदीदा स्थानीय डिश है.
तमिलनाडु
ओडिशा में समुद्री भोजन बहुतायत में आसानी से मिल जाता है. मटन और मछली से बने कई मांसाहारी व्यंजन आहार का अभिन्न अंग माने जाते हैं.
ओडिशा
राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, त्रिपुरा में मांसाहारी लोगों की आबादी लगभग 95% है.
त्रिपुरा
एनएफएचएस-5 के आंकड़ों के अनुसार, गोवा की 93.8% आबादी मांसाहारी है. वहीं, तेलंगाना और झारखंड भी इस लिस्ट में शामिल हैं.
गोवा
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.