Jul 26, 2024, 08:23 AM IST

किस मुगल ने की थी मां से ही शादी

Kuldeep Panwar

मुगल सल्तनत की चकाचौंध आज भी दिल्ली-आगरा के विशाल किलों में दिखाई देती है, लेकिन इस चकाचौंध का एक काला पक्ष भी था.

मुगल सल्तनत में बेटियों की शादी नहीं की जाती थी. यदि किसी की शादी होती थी तो वह रिश्ता परिवार के अंदर के व्यक्ति के साथ ही होता था.

रिश्तों की इन अजीबोगरीब गुत्थियों में यह भी मशहूर है कि मुगल बादशाह अकबर ने अपनी ही मां के साथ शादी कर ली थी.

वास्तव में अकबर ने अपनी मां से नहीं बल्कि अपने संरक्षक बैरम खां की विधवा पत्नी सलीमा बेगम से शादी की थी, जो अकबर की चचेरी बहन थी. 

सलीमा ने मां की तरह अकबर का पालनपोषण तब किया था, जब हुमायूं की मौत के बाद बैरम खां ने बालक अकबर को गद्दी पर बैठाकर उसके संरक्षक बने थे.

सलीमा बेगम भले ही मां की तरह अकबर की देखरेख करती थीं, लेकिन अकबर को उम्र में कई साल बड़ीं सलीमा से प्यार हो गया था.

अकबर ने इसी प्यार के कारण बैरम खां की मौत के बाद सलीमा बेगम के साथ निकाह कर लिया था और उसे खदीजा की उपाधि दी थी.

इतिहासकारों के मुताबिक, 23 फरवरी 1539 को जन्मी सलीमा अकबर की सबसे फेवरेट बेगम थी, जो उसे राजनीतिक मसलों पर सलाह भी देती थी.

अकबर के हरम में भी उसकी अन्य बेगमों जोधाबाई या रुकैया बेगम का नहीं बल्कि सलीमा बेगम का हुक्म ही सबसे ऊपर माना जाता था. 

कई मुद्दों पर अकबर की सोच बदलने वाली सलीमा की मौत 15 दिसंबर, 1612 को हुई थी, जिसके बाद आगरा में ही उसकी कब्र बनवाई गई थी.