Dec 27, 2024, 11:30 AM IST
इस मुगल बादशाह ने पार की थी क्रूरता की हद, तोड़ा था ये ज्योतिर्लिंग
Smita Mugdha
भारत में मुगलों का शासन लंबे समय तक रहा था और इस दौरान कई ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण कराया था.
ताजमहल, हुमायूं का मकबरा,लाल किला समेत ऐसे कई और इमारतें हैं जो आज विश्व धरोहर में शुमार की जाती हैं.
हालांकि, कुछ मुगल शासकों ने हिंदुओं के प्रतीक, चिह्नों और उपासना स्थलों को तोड़ने का भी काम किया था.
हिंदुओं को प्रताड़ित करने और उनके मंदिरों और धार्मिक विश्वास की जगहों को तोड़ने वाले शासकों में औरंगजेब सबसे ऊपर है.
औरंगज़ेब ने 18 अप्रैल, 1669 को काशी विश्वनाथ मंदिर को ध्वस्त कराया था. मंदिर की जगह पर ज्ञानवापी मस्जिद बनाई गई.
काशी विश्वनाथ के मौजूदा मंदिर का निर्माण महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने साल 1780 में कराया था.
महाराजा चेत सिंह ने मंदिर निर्माण में लगे कारीगरों को सुरक्षा दी थी और धन का योगदान भी दिया था.
महाराजा रणजीत सिंह ने साल 1835 में 1,000 किलोग्राम शुद्ध सोना दान किया था जो आज भी मंदिर में लगा है.
काशी विश्वनाथ मंदिर को 12 ज्योतिर्लिंग में से एक माना जाता है और हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं.
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