Jun 30, 2024, 12:44 PM IST
इस मुगल ने अपने ही शिक्षक की बीवी से किया था निकाह
Anamika Mishra
यह कहानी उस समय कि हा जब बैरम खान और हुमायूं खास मित्र हुआ करते थे.
हुमायूं की मौत के बाद अकबर की ताजपोशी और दिल्ली में वापस कब्जा करने के लिए बैरम खान का नाम इतिहास में दर्ज है.
बैरम खान अकबर का पालक पिता और उसका गुरु भी था.
माना जाता है एक समय ऐसा था जब अकबर हर फैसला महिलाओं के इशारे पर लेता था.
ऐसे में महामंगा ने इस बात का फायदा उठाया और सलीमा बेगम की सुंदरता के किस्से अकबर के कानों तक पहुंचाए.
सलीमा बोगम अकबर की बुआ की बेटी थीं और हुमायूं ने अपनी बहन की बेटी का निकाह अपने सबसे अच्छे मित्र से कराया था.
सलीमा बेगम बेहद खुबसूरत, पढ़ी-लिखी और उस जमाने की मशहूर शायरा थीं.
अकबर के मन में धीरे-धीरे सलीमा बेगम को पाने की चाह बढ़ने लगी और अकबर ने बैरम खान को मरवा दिया.
इसके बाद अकबर ने अपने ही गुरु की बीवी सलीमा बेगम से निकाह कर लिया.
यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टी नहीं करता है.
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