May 5, 2024, 12:36 PM IST

ये जो 'छोटू' होते हैं ये अपने घर के सबसे 'बड़े' होते हैं!

Aditya Prakash

हम अक्सर पाते हैं कि चाय की टपरियों, होटलों, दुकानों, होटलों और वर्कशॉप पर कम उम्र के बच्चे मजदूरी कर रहे होते हैं.

लोग अक्सर ऐसे बच्चों को 'ऐ छोटू' कहकर पुकारते हैं, उधर से वो भी 'हां भईया' कहकर उनका ऑर्डर सुनता है.

ये बच्चे बेहद ही गरीब पृष्ठभूमि के होते हैं, कई अनाथ होते हैं, तो कई अपनी दैनिक मजबूरियों की वजह से वहां काम कर रहे होते हैं.

इन बच्चों को दुनिया 'छोटू' बोलती है, लेकिन ये बच्चे जिम्मेदारियों की वजह से अपने घरों में सबसे 'बड़े' होते हैं.

इनके ऊपर अपने परिवार को चलाने की जवाबदेही होती है, जिसका निर्वाहन करने के लिए वो इतनी कम उम्र में दिन-रात मेहनत कर रहे होते हैं

भारत में बालश्रम गैरकानूनी है, बावजूद इसके ये नन्हें से बच्चे मजदूरी करते आपको दिख जाएंगे.

इन बच्चों के लिए सबसे सही जगह स्कूल है. सरकार और समाज की तरफ से इन बच्चों के उत्थान के लिए आवश्यक कदम उठाने की दरकार है.