राम-सीता पर ऐसा क्या बोल गए थे विकास दिव्यकीर्ति की मच गया था हंगामा
Ritu Singh
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के बयान पर एक बार साध्वी प्राची ने सोशल मीडिया पर शेयकर कर उनके कोचिंग पर बैन लगाने की मांग की थी.
मामला भगवान राम और सीता से जुड़ा था इसलिए सोशल मीडिया पर बवाल होना भी तय था.
असल में विकास दिव्यकीर्ति अपने कोचिंग सेंटर में स्टूडेंट्स को रावण के मरने के बाद राम और सीता के मनोभावों और कथन का जिक्र कर रहे थे.
जिसमें उन्होने कहा था कि किसी ग्रंथ में किसी लेखक ने ऐसा लिखा था कि सीता जब रावण के मरने के बाद राम से मिलीं तो राम के क्या भाव थे.
उन्होंने कहा था कि रामजी ने सीता से कहा था कि वह यह सोचकर खुश हैं कि युद्ध उनके लिए लड़ा गया तो वह जान लें ये युद्ध कुल और वंश के सम्मान के लिए उन्होने लड़ा था,
साथ ही कुछ और ऐसी बाते किताब की लिखी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने बताईं थी देवी सीता और नारी सम्मान के विरुद्ध थीं,
इससे नाराज होकर सोशल मीडिया पर लोगों ने उनके बायकॉट की मांग की थी लेकिन कुछ लोगों ने उनका सपोर्ट भी किया था क्याेंकि,
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने एक किताब मे जिक्र लेखक की बाते रखी थीं कि कैसे लोग अपने विचार किसी महान चरित्र के मुंह से कहलवाते हैं.
सोशल मीडिया पर लोगों ने उस किताब और श्लोक को भी शेयर किया जिसका जिक्र डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने किया और बवाल मच गया था.