Nov 15, 2023, 02:23 PM IST
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने कहा है कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद इसरो के लिए सम्मान अपने शिखर पर पहुंच गया है.
अमेरिका और भारत दुनिया के सबसे महंगे अर्थ इमेजिंग सैटेलाइट के साथ जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करने के लिए ज्वाइंट मिशन करने वाले हैं.
2024 की पहली तिमाही में इसके लॉन्च होने की उम्मीद है. NASA की जेट प्रपल्शन लेबोरेटरी की डायरेक्टर लॉरी लेशिन ने यह बात कही है.
लॉरी ने एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए कहा कि NASA-ISRO सिंथेटिक एपर्चर रडार (NISAR) भूकंप और सुनामी जैसे खतरों की भविष्यवाणी करने में मदद करेगा.
चंद्रयान 3 के रोवर प्रज्ञान ने 14 दिन करीब 100 मीटर तक चहलकदमी की थी और इसके बाद चंद्रमा पर रात हो गई.