Oct 9, 2023, 09:30 PM IST

14वीं प्रेग्नेंसी के दौरान भी 787 किमी चली थी ये बेगम 

Kavita Mishra

मुमताज, मुगल बादशाह शाहजहां की 13 वीं पत्नी थीं. उसने अपनी बेगम मुमताज की याद में ही ताज महल का निर्माण कराया.

मुमताज, मुगल बादशाह शाहजहां की 13 वीं पत्नी थीं. उसने अपनी बेगम मुमताज की याद में ही ताज महल का निर्माण कराया.

अपनी 14 वीं संतान गौहारा बेगम को जन्म देने के दौरान लेवर पेन से मुमताज की मौत हो गई थी. उनकी मौत मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले की जैनाबाद में हुई थी.

क्या आप जानते हैं कि 14वीं प्रेग्नेंसी के दौरान भी वह 787 किमी पैदल चली थी. आइए हम आपको पूरा किस्सा बताते हैं.

इतिहासकारों के अनुसार शाहजहां, मुमताज से बेहद प्‍यार करता था. वह मुमताज को छोड़कर दूर जाना नहीं चाहता था. लोदी के विद्रोह को काबू करने के लिए शाहजहां को बुरहानपुर जाना था, तब मुमताज गर्भवती थीं.

मुमताज की फुल टाइम प्रेग्नेंसी के बावजूद शाहजहां उसे आगरा से 787 किलोमीटर दूर धौलपुर, ग्‍वालियर, मारवाड़ सिरोंज, हंदिया होता हुआ बुरहानपुर ले गया.

लंबी यात्रा की वजह से मुमताज बेहद बुरी तरह थक गई थी और इसका असर उसके गर्भ पर पड़ा. जिसके बाद उन्हें दिक्क्त होनी शुरु हो गई थी.

मुमताज जब प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी, उस वक्‍त शाहजहां डेक्कन के विद्रोह को खत्‍म करने के बाद की रणनीति बना रहा था. उसे मुमताज की खराब हालत की सूचना मिली लेकिन वह पत्नी के पास नहीं गया.

मुमताज आधी रात तक दर्द से बुरी तरह परेशान रही.  30 घंटे की लंबी जद्दोजहद के बाद मुमताज के आधी रात को एक बेटी गौहर आरा पैदा हुई किन मुमताज बेहाल थी.बच्ची की जन्म के बाद वो बुरी तरह कांपने लगी. जब शाहजहां हरम पहुंचा तो बादशाह की आवाज सुनकर मुमताज अपनी आंखें खोलीं. कुछ पल में ही  उनकी गोदी में मुमताज ने दम तोड़ दिया था.