Feb 22, 2025, 07:14 AM IST
मुगलों ने खोजी हैं भारत की ये नदियां
Smita Mugdha
मुगलों के शासनकाल में भारत में कई बड़े बदलाव आए और कई ऐतिहासिक शहरों और इमारतों का निर्माण हुआ.
मुगलों ने भारत में नए शहर बसाने के लिए खास तौर पर नदी किनारे के शहरों को चुना और वहां अपने महल बनाए थे.
नदी किनारे शहर बसाने के पीछे एक सोच होती थी कि प्रजा और आम लोगों को खेती के लिए पानी की कमी नहीं होगी.
नदी किनारे नए शहर बसाने की वजह से भारत के दूर-दराज के हिस्सों तक उन नदियों के बारे में लोगों को पता चला.
फतेहपुर सीकरी और दिल्ली जैसे शहर यमुना किनारे बसाए जिससे लोगों को धार्मिक महत्व से अलग व्यापारिक उपयोगिता पता चली.
यमुना नदी की धार्मिक मान्यताओं से अलग आम लोग इस नदी के व्यावसायिक और शहरी स्वरूप के महत्व से परिचित हुए थे.
कश्मीर की झेलम नदी की खूबसूरती की चर्चा सुदूर भारत तक मुगलों के बनाए उद्यान और महल के बाद पहुंची थी.
औरंगजेब ने जब गोदावरी नदी के किनारे औरंगाबाद शहर बसाया तो उत्तर भारत के लोगों को नदी के सामरिक महत्व का भी पता चला.
नदियां राज्य की सीमाओं और राजधानी बनाने के लिए भी अहम होती हैं. आम लोगों ने मुगल सल्तनत के दौर में बेहतर तरीके से समझा था.
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