Mar 9, 2024, 01:48 PM IST

पर्दा छोड़ चूड़ीदार सलवार-कमीज में दरबार आती थी ये मुगल रानी

Smita Mugdha

मुगल शासकों की अय्याशी और फिजूलखर्ची के बारे में इतिहास में काफी कुछ लिखा गया है. 

मुगल सल्तनत के दौर में कई रानियां भी ऐसी थीं, जिन्होंने कभी अपने रूप-गुण से तो कभी शातिरपने से दरबार पर राज किया था. 

मुगल रानियों की जब भी बात होती है, तो जहांगीर की पत्नी नूरजहां का जिक्र जरूर होता है. 

नूरजहां खूबसूरती और शातिर दिमाग की मालकिन थी. इसके अलावा, उसने बहुत कुशलता से राजकाज चलाने का भी काम किया था.

नूरजहां का जन्म कांधार में हुआ था और वह मूल रूप से ईरान की थी, लेकिन मुगल सल्तनत में रानी बनने के बाद उसने कई बड़े बदलाव किया. 

जहांगीर के साथ वह दरबार में बैठती थी और उसने वेश-भूषा और महल की साज-सज्जा में भी कई बदलाव किए. 

इतिहासकारों का कहना है कि भारत में नेट की चुनरी, चूड़ीदार पाजामे, कांच की चूड़ियां और मोती के गहनों का फैशन लाने का श्रेय नूरजहां को ही जाता है.

नूरजहां महल की उन चुनिंदा बेगमों में से थी जो पर्दा नहीं करती थी भारी गहनों में खूब साज-श्रृंगार कर दरबार के काम में हिस्सा लेती थी. 

नूरजहां ने जहांगीर को इस हद तक अपने काबू में कर लिया था कि वह महल के सारे फैसले भी खुद ही लेने लगी थी.