संभल में इन दिनों खुदाई चल रही है. इस दौरान वहां एक बावड़ी मिली है. इसकी पड़ताल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से होगी.
इस बावड़ी को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसे पृथ्वीराज चौहान के द्वारा बनाया जा रहा है.
साथ ही दावा किया जा रहा है कि ये उस समय साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी.
ऐसे में लोगों के जेहन में ये प्रश्न उठना लाजमी है कि क्या सच में संभल पृथ्वीराज चौहान के साम्राज्य का हिस्सा था.
यूपी के जिला प्रशासन की सरकारी वेबसाइट पर संभल के इतिहास के संदर्भ में पृथ्वीराज चौहान का जरूर उल्लेख है.
वेबसाइट पर लिखा है कि 'दिल्ली के अंतिम हिंदू राजा पृथ्वीराज चौहान ने 12वीं सदी में मुहम्मद गजनी के भतीजे गाजी सैयाद सालार मसूद से दो तीखी जंग लड़ी थीं. पहले और दूसरे युद्ध में चौहान की जीत हुई थी.'
आगे वेबसाइट पर दर्ज है कि 'हालांकि, इसे साबित करने के लिए कोई परिस्थितिजन्य साक्ष्य नहीं है और इसे व्यापक रूप से एक किंवदंती के रूप में माना जाता है.'