Jan 7, 2024, 12:47 PM IST

कहां है ऋषि विश्वामित्र का आश्रम जिसकी पहरेदारी की थी प्रभु श्रीराम ने

Smita Mugdha

रामायण में विश्वामित्र का किरदार बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इनके यज्ञ की रक्षा खुद प्रभु राम ने की थी. 

यज्ञ की रक्षा के लिए ऋषि विश्वामित्र खास तौर पर दशरथ से राम और लक्ष्मण को मांगकर ले गए थे. 

विश्वामित्र के यज्ञ की रक्षा करने के लिए जब प्रभु श्रीराम जा रहे थे तो वन में उन्होंने ताड़का नाम की राक्षशी का वध किया था.

 मारीच और सुबाहु राक्षसों ने यज्ञ के दौरान गुरु विश्वामित्र के आश्रम में प्रवेश किया था और दोनों का वध राम और लक्ष्मण ने मिलकर किया था. 

विश्वामित्र ही राम और लक्ष्मण को लेकर जनकपुर गए थे जहां सीता का स्वयंवर आयोजित था. 

रामायण काल में राम और लक्ष्मण के गुरु महर्षि विश्वामित्र का आश्रम बक्सर (बिहार) में स्थित था. 

बिहार में गंगा और सरयू नदियों के संगम स्थल के किनारे विश्वामित्र ने अपना आश्रम बसाया था. 

आज भी बहुत से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं और ऐसी मान्यता है कि यहां श्रीराम के चरण पड़े थे. 

बक्सर से कुछ ही दूरी पर प्रभु श्रीराम और माता सीता का विवाह जनकपुरी में हुआ था. आज यह जगह बिहार में है.