Dec 21, 2024, 07:52 PM IST

चाणक्य ने बताया है कौन सी 3 आदत कर देती हैं कंगाल

Kuldeep Panwar

चंद्रगुप्त मौर्य को चरवाहे से देश का सबसे बड़ा राजा बनाने वाले आचार्य चाणक्य को अपने समय का सबसे बड़ा नीतिशास्त्र का ज्ञाता मानते हैं.

आचार्य चाणक्य बहुत बड़े अर्थशास्त्री भी थे, जिन्होंने 'कौटिल्य का अर्थशास्त्र' लिखा था. इसलिए उनकी लिखी आर्थिक सलाहें बेहद अहम हैं.

आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में आदमी के हमेशा आर्थिक रूप से परेशान रहने का कारण उसकी कुछ बुरी आदतों को बताया है.

आचार्य चाणक्य का मानना है कि किसी भी इंसान के जीवन में आर्थिक परेशानियों का सबसे बड़ा कारण धन की देवी लक्ष्मी का नाराज होना है.

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, धन की देवी की नाराजगी का कारण इंसान के अंदर की कुछ आदतें होती हैं, जिससे वह कभी खुशहाल नहीं रहता.

आचार्य चाणक्य का कहना है कि इंसान को सबसे पहले फिजूलखर्ची की आदत छोड़नी चाहिए. फिजूलखर्च इंसान हमेशा परेशान रहता है.

आचार्य चाणक्य का कहना है कि बिना वजह धन खर्च करने वाले इंसान के पास कभी पैसा नहीं टिकता और वह हमेशा ही तंगहाल बना रहता है.

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, आदमी फिजूलखर्च ना हो, लेकिन उसे कंजूस भी नहीं होना चाहिए. उसे गरीब-बेसहारा लोगों की मदद करनी चाहिए.

आचार्य चाणक्य का कहना है कि दौलत दान देने से नहीं घटती, उल्टे बढ़ती है. इसके उलट कंजूस आदमी धन इकट्ठा करते हुए भी गरीब रह जाता है.

आचार्य चाणक्य का कहना है कि इंसान धन का घमंड ना करे. यह आदत भी मां लक्ष्मी को नाराज करती है और उसके पास धन नहीं टिकता है.