Feb 26, 2025, 12:24 AM IST

घोड़े जैसी मर्दाना ताकत का खजाना है ये जंगली बूटी

Kuldeep Panwar

आप रोजाना मंडी में सबसे महंगी सब्जी कितने रुपये किलोग्राम खरीदते हैं? इसकी कीमत अधिकतम 200-250 रुपये किलोग्राम रहती होगी.

यदि हम कहें कि एक सब्जी का दाम 30 से 40 हजार रुपये किलोग्राम है यानी उसकी कीमत में आप 5 ग्राम सोना खरीद सकते हैं तो क्या कहेंगे?

यह सब्जी इतनी दुर्लभ है कि हिमालय के पहाड़ों पर बिजली गिरने या उसकी गड़गड़ाहट होने पर ही यह जंगलों में जमीन से खुद उगती है.

दुनिया की इस सबसे महंगी सब्जी का नाम गुच्छी है, जो एक तरह की मशरूम है. इस सब्जी को ताकत में शिलाजीत का भी बाप माना जाता है.

भारत में यह सब्जी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के ऊंचे पहाड़ों में ही उगती है, जिसे खोजने के लिए कई-कई दिन लग जाते हैं.

साइंस की भाषा में मोरेल मशरूम या मोर्चेला एस्कुलेंटा कहलाने वाली गुच्छी अपनी स्पंजी और छत्ते जैसी बनावट से पहचानी जाती है.

हिमालय के कुछ खास इलाकों में ही उगने वाली गुच्छी की खोज ग्रामीण मार्च से मई के अंत तक करते हैं, जो बेहद मुश्किल प्रोसेस होती है.

गुच्छी मशरूम जिस जगह एक बार उग जाते हैं, वहां कभी दोबारा नहीं उगते. ग्रामीण कई-कई दिन भटककर इन्हें जमा करके बाजार में बेचते हैं.

गुच्छी मशरूम में पोटेशियम, आयरन, जिंक, फास्फोरस और कॉपर की भरपूर मात्रा के साथ ही विटामिन-B, C व D भी जमकर पाया जाता है.

गुच्छी का नियमित सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल बैलेंस होता है, जिससे यह दिल के रोग, गठिया, थायराइड जैसी बीमारियां खत्म करती है.

हार्ट पेशेंट्स के लिए रामबाण जैसी मानी जाने वाली गुच्छी मशरूम प्रोस्टेट और स्तन कैंसर जैसी घातक बीमारियों को भी शरीर से खत्म कर देती है.

गुच्छी मशरूम शरीर की इम्युनिटी को बूस्ट करने की ताकत रखती है, जिससे शरीर पर मौजूद घाव जल्दी भरते हैं और सूजन खत्म हो जाती है.

गुच्छी मशरूम इतनी ताकतवर होती है कि कैंसर रोगियों में कीमोथेरेपी के बाद आने वाली कमजोरी और थकान इसे खाने से खत्म हो जाती है.