Mar 2, 2025, 06:11 AM IST
आचार्य चाणक्य ने अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर एक ग्रंथ की रचना की थी, जिसे आज के समय में चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है.
आचार्य चाणक्य ने इसमें जीवन के विभिन्न पहलुओं के कई राज उजागर किए हैं, इसमें व्यक्ति के कई गुण और अवगुणों के बारे में भी बताया गया है.
चाणक्य नीति में जिक्र मिलता है कि बुद्धिमान लोग कहां चुप रहना उचित समझते हैं, आइए जानते हैं किन जगहों पर समझदार लोग रहते हैं शांत...
समझदार लोग दो लोगों के झगड़े के बीच नहीं पड़ते हैं और ऐसी जगह पर शांत रहना ही सही समझते हैं. किसी के झगड़े में बोलना नहीं चाहिए.
जहां पर इंसान खुद की तारीफ कर रहा हो, वहां पर बोलना सही नहीं है. ऐसे में चुप रहना ही ठीक होता है. ऐसी जगह पर कुछ बोलने पर आप अपमानित हो सकते हैं.
चाणक्य नीति में बताया गया है कि मनुष्य को आधी जानकारी में चुप रहना ही सही होता है. समझदार लोग ऐसी स्थिति में अपना मुंह नहीं खोलते हैं.
जब कोई अपना दुख-दर्द या परेशानी बता रहा हो तो ऐसी स्थिति में आपको उसकी बातों को ध्यान से सुनना चाहिए. इस समय चुप रहना ही सही होता है.
आपको भी इस तरह की परिस्थितियों में चुप ही रहना चाहिए और समझदारी से काम लेना चाहिए.