Jun 10, 2024, 05:34 PM IST

तवायफों पर पानी की तरह पैसा बहाते थे नवाब, तोहफों की कीमत जान रह जाएंगे दंग

Smita Mugdha

तवायफों के कद्रदानों में रईस नवाब, जागीरदार, मनसबदार से लेकर बेहद अंग्रेज अधिकारी और कारोबारी होते थे.

ये अमीर जागीरदार और नवाब अपनी खास तवायफों पर जमकर पैसा लुटाते थे और महंगे तोहफे भी दिया करते थे.

तवायफों की कला से खुश होकर उनके कद्रदान उन पर पैसे, अशर्फी से लेकर खूब सोना-चांदी लुटाते थे. 

कुछ तवायफें तो इतनी अमीर होती थीं कि उनके पास महंगे घर, कार और जमीनें भी होती थीं. 

तवायफों को ज्यादातर दौलत उनकी कला के इनाम के तौर पर अपने खास मुरीदों से मिलती थी. 

कई इतिहासकारों का मानना है कि आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारियों की मदद के लिए तवायफों ने भी अपना खजाना खोल दिया था. 

कुछ तवायफों के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने नवाबों से जमकर दौलत वसूली और अपना खजाना खूब भरा. 

आजादी के बाद धीरे-धीरे तवायफों के कोठे की रौनक कम होने लगी और महफिल-मजमे की जगह फिल्मों ने ले ली.

जैसे-जैसे तवायफों की कला के मुरीदों का आना कम होता गया, वैसे-वैसे उनकी दौलत भी कम होती गई.