Jan 20, 2025, 10:08 PM IST

शराब से जुड़े हैं ये 5 मिथक!

Meena Prajapati

शराब से कई मिथक जुड़े हैं. इसके बारे में डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी की किताब 'ओवरथिंकिंग से आजादी' में शराब से जुड़े कई मिथकों के बारे में बताया गया है. 

ये मिथक समाज में प्रचलित हैं और जिनका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है.

इन मिथकों को जानना और समझना महत्वपूर्ण है ताकि हम शराब के नकारात्मक प्रभावों से बच सकें.

किताब के अनुसार, शराब से जुड़े कुछ प्रमुख मिथक निम्नलिखित हैं:

शराब पीने के बाद कुछ समय के लिए मन हल्का महसूस कर सकता है, लेकिन यह केवल एक अस्थायी अनुभव है. लंबे समय में शराब तनाव और चिंता को बढ़ा सकती है.

शराब तनाव दूर करती है

शराब से नींद भले ही जल्दी आ जाए, लेकिन यह नींद की गुणवत्ता को खराब करती है. गहरी और आरामदायक नींद में बाधा डालती है.

शराब और अच्छी नींद?

शराब चाहें सीमित या ज्यादा मात्रा में पी जाए, लेकिन नुकसान बराबर ही पहुंचाती है. इसलिए ये एक भ्रम है कि सीमित मात्रा में शराब सेहत के लिए फायदेमंद है.  

शराब सीमित मात्रा में फायदेमंद

शराब पीने के बाद आत्मविश्वास बढ़ने का अहसास केवल अस्थायी होता है. इसका अत्यधिक सेवन निर्णय क्षमता और व्यवहार को प्रभावित कर सकता है.

शराब आत्मविश्वास बढ़ाती है

शराब का सामाजिक मेलजोल से कोई संबंध नहीं है. बिना शराब के भी आप स्वस्थ और मजबूत संबंध बना सकते हैं.

शराब सामाजिक मेलजोल