Mar 31, 2025, 09:51 PM IST

पत्नी को रात में पति के किस तरफ सोना चाहिए

Kuldeep Panwar

पति-पत्नी के रिश्ते में छोटी-छोटी बातें बेहद अहम होती हैं. जहां दोनों के बीच की ट्यूनिंग खास होती है, वहीं उनके सोने के तरीके का भी फर्क पड़ता है.

आप वास्तु शास्त्र पर यकीन करते हैं तो बता दें कि पति-पत्नी के रिश्ते में यह भी अहम होता है कि वे रात में कैसे और किस दिशा में सोते हैं. 

आज हम आपको बताएंगे कि पति-पत्नी को रात में किस दिशा में सोना चाहिए और पत्नी को पति के दाएं या बाएं, किस तरफ सोना चाहिए.

वास्तु शास्त्र में पति-पत्नी के साथ सोने के कई फायदे बताए हैं. दोनों के एकसाथ सोने से वे तनाव मुक्त होते हैं और उनमें नजदीकी बढ़ती है. 

पत्नी को पति का बायां अंग माना जाता है. इसलिए वास्तु के मुताबिक, पत्नी को पति के बायीं तरफ सोना चाहिए, जिससे जीवन में संतुलन बढ़ता है.

पति-पत्नी के साथ सोने से दोनों के बीच प्यार बढ़ता है. मानसिक व शारीरिक सुख मिलता है और इसके चलते वह कपल हमेशा स्वस्थ रहता है.

वास्तु शास्त्र में सोने का क्या तरीका बताया है? पति-पत्नी का सिर हमेशा दक्षिण दिशा में हो, क्योंकि उत्तर और पूर्व दिशा के स्वामी गुरु होते हैं.

पति-पत्नी के बेड के ऊपर लाइट न लगाएं, क्योंकि इससे लाइट बेड को क्रॉस करती है. इससे पति-पत्नी के बीच की सभी समस्या खत्म हो जाती हैं.

यदि बेड दक्षिण या पश्चिम दिशा में होगा तो शुक्र ग्रह के प्रभाव के कारण पति-पत्नी के शारीरिक संबंधों में उत्साह और दाम्पत्य जीवन में ऊर्जा बनी रहेगी.

पति-पत्नी को साथ में सोते समय कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स नहीं चलाना चाहिए, क्योंकि इनकी चुबंकीय तरंगों से बेडरूम में तनाव बढ़ता है. 

पति-पत्नी को अपने कमरे में सफेद बत्तख की इमेज लगानी चाहिए, जिससे घर से निगेटिव एनर्जी निकले और हमेशा पॉजिटिव वाइब्स बनी रहें.

वास्तु शास्त्र के अनुसार पति-पत्नी का बेडरूम घर के उत्तर-पश्चिम में होना चाहिए और उन्हें हमेशा लकड़ी के बेड पर ही सोना चाहिए.