वोदका का जन्म रूस और पोलैंड में हुआ, जबकि टकीला की जड़ें मैक्सिको में हैं. वोदका मुख्य रूप से आलू और अनाज से बनती है, वहीं टकीला ब्लू एगवे प्लांट से तैयार की जाती है.
अल्कोहल की मात्रा और डिस्टिलेशन प्रक्रिया दोनों में अलग-अलग होती है.
वोदका को कई बार डिस्टिल किया जाता है और इसका अल्कोहल प्रतिशत औसतन 40% होता है. टकीला का अल्कोहल स्तर 38-55% तक हो सकता है.
स्वाद की बात करें तो वोदका का स्वाद बहुत हल्का और लगभग न्यूट्रल होता है, जिससे यह कॉकटेल में मिलाने के लिए परफेक्ट होती है. वहीं, टकीला का स्वाद हर्बल, मीठा और सिट्रस के नोट्स वाला होता है.
इनके सेवन का तरीका भी अलग है. वोदका को ठंडा करके या कॉकटेल में मिलाकर पिया जाता है, जबकि टकीला को आमतौर पर नमक और नींबू के साथ शॉट्स के रूप में पसंद किया जाता है.
वोदका से बनी लोकप्रिय कॉकटेल्स में मार्टिनी, मॉस्को म्यूल और ब्लडी मैरी शामिल हैं. टकीला से तैयार होने वाली मशहूर ड्रिंक्स में मार्गरीटा, टकीला सनराइज और पालोमा प्रमुख हैं.
अब सवाल यह है कि आपकी पसंद क्या है? क्लासिक और स्मूथ वोदका या एनर्जेटिक और फ्लेवरफुल टकीला?