Feb 7, 2025, 11:01 PM IST
किसने लिखा था दुनिया का पहला लव लेटर
Kuldeep Panwar
प्यार का इजहार करने के लिए लव लेटर लिखने की परंपरा बेहद पुरानी है. प्रेमी जोड़े इसके जरिये अपने इमोशंस का इजहार करते रहे हैं.
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि प्यार में लव लेटर लिखने का अहसास अलग होता है, जो लव कपल्स को कुछ अलग और स्पेशल फील देता है.
क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे पहला लव लेटर किसने लिखा था और यह लव लेटर किसे लिखा गया था? चलिए हम आपको बताते हैं.
दुनिया का सबसे पहला लव लेटर भारत की धरती पर लिखा गया था. यह लव लेटर करीब 5,000 साल पहले महाभारत काल में लिखा गया था.
दुनिया के इस पहले लव लेटर का जिक्र भारतीय पुराणों में भी मिलता है. इसके बारे में श्रीमद् भागवत के 52वें अध्याय में विस्तार से बताया है.
यह लव लेटर भगवान श्रीकृष्ण को उनकी पत्नी रुक्मिणी ने उस समय लिखा था, जब उनका और भगवान श्रीकृष्ण का विवाह नहीं हुआ था.
यह पत्र रुक्मिणी ने अपनी सहेली सुनंदा के हाथों भेजा था. श्रीमद् भागवत के 52वें अध्याय के सर्ग-10 में 7 सुंदर श्लोकों में इस लेटर का जिक्र है.
कंस का वध करने के बाद श्रीकृष्ण की वीरता के चर्चे हर तरफ थे. विदर्भ की राजकुमारी रुक्मिणी भी इस बारे में सुनकर उनसे प्यार करने लगीं.
रुक्मिणी श्रीकृष्ण से शादी करना चाहती थीं, लेकिन उनके भाई रुक्मि को श्रीकृष्ण पसंद नहीं थे. वे रुक्मिणी की शादी शिशुपाल से करना चाहते थे.
रुक्मिणी ने इसके बाद सुनंदा के हाथों अपने प्यार का संदेश श्रीकृष्ण तक भेजा था और उन्हें विदर्भ आकर उन्हें ले जाने के लिए कहा था.
श्रीकृष्ण यह लव लेटर पढ़कर विदर्भ पहुंचे थे और रुक्मिणी को अपने साथ लेकर मथुरा चले गए थे, जहां दोनों ने आपस में विवाह किया था.
दुनिया का दूसरा लिखित लव लेटर प्राचीन मिस्र में मिला था. यह लव लेटर मिस्र की विधवा रानी अंखेसेनमुन ने हिजीत के राजा को लिखा था.
इस लव लेटर में मिस्र की विधवा रानी ने हिजीत के राजा से अपने किसी बेटे को मिस्र भेजकर उसकी शादी अपने साथ कराने की गुहार लगाई थी.
DISCLAIMER: यह जानकारी सामाजिक मान्यताओं व पौरोणिक ग्रंथों पर आधारित है. इसकी सत्यता की पुष्टि DNA Hindi नहीं करता है.
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