कई महिलाएं शाम के समय पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए सजती हैं. यह एक धार्मिक परंपरा का हिस्सा हो सकता है, जहां महिला पूजा करते समय सुंदर और पवित्र महसूस करती हैं. इसके साथ ही, यह एक मानसिक तैयारी भी होती है, जिससे वे आध्यात्मिक रूप से जुड़ी रहती हैं.