Jul 5, 2025, 04:59 PM IST

पुरुषों से ज्यादा मोटी क्यों होती हैं महिलाएं

Kuldeep Panwar

आजकल मोटापे से हर कोई परेशान है. खासतौर पर देखा जाए तो पुरुषों की तुलना में हर दूसरी महिला कुछ ज्यादा ही मोटी दिखाई देती है.

एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि खासतौर पर भारत में महिलाएं पुरुषों की तुलना में ज्यादा मोटापे का शिकार हैं, जिसके कुछ खास कारण होते हैं.

साल 2019-20 के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS 5) की स्टडी में 24% भारतीय महिलाएं. जबकि 22.9% पुरुष ओवरवेट पाए गए हैं.

NFHS-5 में पेट की गोलाई के हिसाब से 12% पुरुषों को मोटा माना गया है, जबकि महिलाओं में यह आंकड़ा 40% का पाया गया है. 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्मोन का बदलाव कुछ ज्यादा होता है, जो वजन और बॉडी फैट प्रभावित करते हैं.

महिलाओं में प्यूबर्टी, पीरियड्स, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान हार्मोन लेवल ऊपर-नीचे होते रहते हैं, जो शरीर में फैट स्टोरेज प्रभावित करते हैं.

इससे शरीर में बड़े पैमाने पर फैट जमा होना शुरू हो जाता है, जो सबसे ज्यादा कमर के निचले हिस्से, जांघ, कूल्हे और पेट पर जमा होता है. 

प्रेगनेंसी के बाद भारत में महिलाओं को बहुत ज्यादा प्रोटीन डाइट खिलाने का चलन है, जिससे फैट बढ़ता है और फिर आसानी से नहीं घटता.

भारतीय महिलाएं घरेलू कामकाज में व्यस्त रहने के कारण एक्सरसाइज से दूर रहती हैं. इसके चलते उनके शरीर में कैलोरी बर्न प्रोसेस स्लो होता है.

भारतीय महिलाएं डाइट पर भी ध्यान नहीं देती. बिना प्लानिंग के खाए गए और गलत समय खाने-पीने के चलते भी महिलाएं मोटी हो जाती हैं.

भारतीय महिलाएं ज्यादा तनाव में होती हैं, जिससे वे बिना भूख खाना, ज्यादा खाना, ज्यादा चीनी-तेल खाना जैसी "इमोशनल इटिंग" करती हैं. 

भारत में महिलाएं सेल्फ केयर के लिए समय नहीं निकालतीं. योग करना, जिम जाना तो छोड़िए सिंपल वॉक करने तक की कोशिश नहीं करती हैं.

कई रिसर्च में पाया गया है कि यदि महिलाएं स्ट्रेस में खाना-पीना कर रही हैं तो पुरुषों के मुकाबले उनमें ज्यादा जल्दी फैट स्टोरेज हो जाता है.