Jul 9, 2024, 01:58 PM IST

क्यों इस इत्र के दीवाने थे मुगल? कीमत सुनकर उड़ेंगे होश

Ritu Singh

मुगल शासक शान-ओ-शौकत के साथ ही अपनी लाइफस्टाइल पर भी खूब खर्च करते थे.

मुगल काल में कपड़े से लेकर खाने और इत्र तक पर खूब खर्चा होता था. आज आपको एक ऐसे ही इत्र के बारे में बताएंगे.

जिस इत्र की दीवानगी मुगल काल में हर राजा और रानी को थी, क्यों था ये खास इत्र चलिए जानें और आज भी इस इत्र को पाने के लिए लोग लाखों रूपये खर्च करते हैं.

इस इत्र का नाम शमामा है और ये इत्र करीब 70 चीजों को मिलाकर बनाई जाती है.

इसमें कई तरह के फूल, गरम मसाले जैसे काली मिर्च का तेल, जायफल, तेज पत्ता, जीरा, जावित्रि, केसर, केवड़ा नागर मोथा, सैंडलवुड ऑयल का यूज किया जाता है.

इसकी तासीर बहुत गर्म होती है और इसे खाने में यूज किया जाता है. 

खास कर बिरयानी, गोश्त और पुलाव आदि बनाने के साथ कई तरह के मुगलई व्यंजनों में भी ये इत्र डाला जाता है.

शमामा इत्र की कीमत 12 से 15 लाख रुपए के करीब तक पहुंच जाती है तो वहीं, गर्मियों के सीजन में बनने वाला इत्र 60 से 80 हजार रुपए की कीमत में मिल जाता है.