Jan 10, 2025, 04:21 PM IST
हर बच्चे के लिए उनके माता-पिता ही पहले शिक्षक होते हैं, शुरुआती दिनों में बच्चे जो भी करते हैं वो अपने मां-बाप को देखकर ही सीखते हैं.
जब भी बच्चों को कोई परेशानी आती है तब वो सबसे पहले अपने पेरेंट्स के पास ही जाते हैं. हालांकि ज्यादातर बेटे अपने पिता के बजाए मां से दिल की बात कर पाते हैं.
आमतौर पर पिता के सबसे ज्यादा करीब बेटियां होती हैं, तो दूसरी ओर मां से सबसे ज्यादा करीब बेटे होते हैं. आइए जानें ऐसा क्यों होता है...
मां से बेटों को इमोशनल सपोर्ट मिलता है, साथ ही एक मजबूत भावात्मक संबंध बनता है. इससे मां का बेटों से रिश्ता करीब होता है.
बेटे अक्सर अपने मां के साथ ज्यादा सहज महसूस करते हैं, जिससे वह खुलकर अभिव्यक्ति कर पाते हैं और मां से संबंध महसूस होता है.
मां अपने बच्चों को आत्म-सम्मान और आत्म-नियंत्रण बढ़ाने में मदद करती है, इसलिए बेटों का मां से खास लगाव महसूस रहता है.
एक रीजन यह भी है कि पिता आमतौर पर मां की तुलना में ज़्यादा व्यस्त होते हैं, ऐसे में बच्चे उनके करीब होते हैं जो उनके साथ ज़्यादा समय बिताता है.
रइसके अलावा और भी कई कारण है, जिससे आमतौर पर बेटे अपने मां से ज्यादा करीब होते हैं.