मां के गर्भ में कैसे बच्चे के अंदर पलने लगता है बच्चा?
Jaya Pandey
हाल ही में एक महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के पेट में एक और बच्चा पाया गया. डॉक्टर्स को भी इस घटना से हैरानी हुई.
साइंटिफिक भाषा में प्रेग्नेंसी की ऐसी स्थिति को फीटस इन फीटू के नाम से जाना जाता है. यह लाखों में से किसी एक महिला के साथ होता है.
फीटस इन फीटू एक दुर्लभ विकासात्मक असामान्यता है जिसमें भ्रूण जैसा दिखने वाले टीशू का एक द्रव्यमान उसके जुड़वां बच्चे के शरीर के अंदर बनता है.
फीटस इन फीटू आखिर होता क्यों है इसका अभी कोई पुख्ता कारण डॉक्टर्स नहीं जान पाए हैं लेकिन वे इससे जुड़ी 2 थ्योरी के बारे में जानकारी देते हैं.
डॉक्टर्स के मुताबिक कुछ मामलों में जब गर्भ में एक से ज़्यादा बच्चे पल रहे होते हैं तो डेवलेपमेंट के दौरान जो सेल्स बच्चे के अंदर गए हैं वो भ्रूण के रूप में बच्चे के अंदर ही बनने लगते हैं.
दूसरी थ्योरी हाइली डिफरेंशिएटेड टेराटोमा की होती है. टेराटोमा को जर्म सेल्स ट्यूमर भी कहते हैं यानी ऐसा ट्यूमर जिसमें बाल वगैरह दिखते हैं, बच्चे के अंदर डेवलेप होने लगता है.
फीटस इन फीटू का पता डिलिवरी से पहले अल्ट्रासाउंड से लगाया जा सकता है. सर्जरी की मदद से इस भ्रूण को बच्चे के शरीर से निकाल दिया जाता है.