रेगिस्तान की तपती गर्मी सह लेते हैं ये 5 जानवर, ऐसे बचाते हैं जान
Jaya Pandey
भले ही रेगिस्तान धरती के सबसे गर्म और कठिन वातावरण में से एक है लेकिन कुछ जीव वहां जिंदा रहने के अनुकूल होते हैं.
आज हम आपको उन 5 जानवरों से मिलवाने वाले हैं जो रेगिस्तान की चरम स्थितियों का भी सामना करने में माहिर होते हैं.
नामीब बीटल अपनी पीठ में कोहरे का पानी इकट्ठा करता है. इस अनोखे तरीके से वह पृथ्वी के सबसे शुष्क जगहों पर भी आसानी से जी लेता है.
ऊंट अपनी कूबड़ में वसा के रूप में ऊर्जा इकट्ठा करता है. वे पानी के बिना लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं और उनकी सख्त चमड़ी उन्हें सूरज की तेज रोशनी से बचाती है.
रेटल स्नेक अपनी स्किन, यूरिनेशन से कम पानी की खपत और स्वाद-गंध की अपनी तीक्ष्ण इंद्रियों का इस्तेमाल करके बहुत दूर से पानी का पता लगाने की अद्भुत क्षमता के कारण रेगिस्तानी वातावरण में जिंदा रहने में सक्षम होता है.
बिच्छुओं के पैरों और शरीर के दूसरे अंगों में बाल होते हैं जो हवा के कंपन के प्रति संवेदनशील होते हैं. वे छाया में छिपे रहते हैं और दिन की तेज गर्मी से बचने के लिए रात के वक्त ही भोजन की तलाश में बाहर निकलते हैं.
रेगिस्तानी कछुए कठोर वातावरण में रहने के लिए अनुकूलित होते हैं और विपरीत परिस्थितियों में अपने सिर और पैरों को खोल के अंदर छिपा सकते हैं जिससे शिकारियों से शरीर के नरम हिस्से सुरक्षित रहते हैं.