शराब पीने के बाद क्यों आउट ऑफ कंट्रोल हो जाते हैं लोग?
Jaya Pandey
शराब पीने के बाद शरीर में डोपामाइन का स्राव होता है जिससे लोग और ज्यादा नशे की लत के लिए प्रेरित होते हैं. डोपामाइन इंसान को अच्छा महसूस कराता है.
डोपामाइन के अलावा शरीर में सेरोटोनिन भी निकलता है जो कि एक अन्य न्यूरोट्रांसमीटर है जो इंसानी शरीर को खुशी और शांति का एहसास कराता है.
लेकिन यह शराब पीने के कम समय तक शरीर पर असर करने वाले प्रभाव हैं. शराब पीने से शरीर पर काफी ज्यादा दुष्प्रभाव होता है जिसके बारे में हम आपको आगे बताएंगे.
Hackensack University Medical Center के एक्सपर्ट के मुताबिक जब आप शराब पीना शुरू करते हैं तो आपका लीवर उसे तोड़ना शुरू कर देता है.
अल्कोहल डिहाइड्रोजनेज नामक एंजाइम शराब को एसीटैल्डिहाइड में तोड़ने के लिए जिम्मेदार होता है और फिर उसे एसिटिक एसिड में तोड़ दिया जाता है.
हालांकि जब आप काफी ज्यादा शराब पी जाते हैं और आपका लीवर उसे तोड़ नहीं पाता तो आप नशे का शिकार हो जाते हैं.
शराब पीने वाले व्यक्ति में अस्पष्ट भाषा, समन्वय की कमी, गिरना, संकोच की कमी, बेहोश हो जाना जैसे दुष्प्रभाव दिखाई देने लगते हैं.
ये सभी दुष्प्रभाव हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं के धीमी गति से संचार करने का परिणाम हैं. शराब GABA के प्रभाव को भी बढ़ाती है, जो एक अवरोधक न्यूरोट्रांसमीटर है.
शराब वैसोप्रेसिन नामक हार्मोन को भी अवरुद्ध करती है, जो हमारे गुर्दे को बहुत अधिक तरल पदार्थ निकालने से रोकता है. इससे इंसान ज्यादा पेशाब करने लगता है और उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है.