मर्दों से ज्यादा क्यों रोती हैं औरतें? समझें साइंस
Jaya Pandey
अक्सर आपने लड़कों के लिए यह सलाह जरूर सुनी होगी कि लड़कियों की तरह मत रो. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लड़कियों को ज्यादा रोने वाला क्यों बताया जाता है.
रिसर्च में यह बात साबित हुई है कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज्यादा रोती हैं और इसके पीछे खास साइंस काम करती है.
ऐसा हॉर्मोन में अंतर की वजह से होता है. महिलाओं में प्रोलैक्टिन नाम के हॉर्मोन का स्तर ज्यादा होता है जो भावनात्मक स्थितियों से जुड़ा ह़ॉर्मोन होता है.
इसके विपरीत पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन नाम का हॉर्मोन ज्यादा पाया जाता है जो उनके रोने की इच्छा को दबाकर उन्हें रोने से रोकता है.
हालांकि वैज्ञानिकों ने रिसर्च में यह पाया कि बच्चा जब छोटा होता है तो उनके रोने में उनके लिंग का कोई प्रभाव नहीं होता और लड़का और लड़की के रोने का स्तर एक जैसा होता है.
जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं और उनके शरीर में हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, उनके रोने के स्तर में बदलाव देखने को मिलता है.
हालांकि रोना हर बार कमजोरी की निशानी नहीं होता बल्कि आंसू तनावपूर्ण रसायन छोड़ते हैं और लोगों को बेहतर महसूस कराने में मदद करते हैं.