Mar 5, 2024, 10:40 AM IST

अद्भुत शक्तियों से लैस थे महाभारत के ये 9 योद्धा

Ritu Singh

महाभारत में 9 योद्धा ऐसा थे जिनके पास अद्भुत शक्तियां थीं. कुछ को ये शक्तियां वरदान स्वरूप तो कुछ को जन्मजात मिली थीं.

तो चलिए जानें कि महाभारत से ये 9 योद्धा कौन थे और किसके पास क्या शक्तियां थीं. 

कर्ण का जन्म ही कवच-कुंडल के साथ हुआ था. कर्ण के पिता सूर्य थे और उनके शरीर पर ये कवच-कुंडल चिपका हुआ था. 

बर्बरीक दुनिया का सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर थे. बर्बरीक के पास वो शक्ति थी कि वह 3 बाण से ही वो कौरवों और पांडवों की पूरी सेना को समाप्त कर सकते थे.

 संजय के पास द्विव्य दृष्टी थी , जिससे वह कहीं पर भी बैठ कर कुछ भी देख और सुन सकते थे. 

भीम में हजार हाथियों का बल था. युद्ध में भीम से ज्यादा शक्तिशाली उनका पुत्र घटोत्कच ही था. घटोत्कच का पुत्र बर्बरीक था.

कद-काठी के हिसाब से भीम पुत्र घटोत्कच इतना विशालकाय था कि वह लात मारकर रथ को कई फुट पीछे फेंक देता था और सैनिकों तो वह अपने पैरों तले कुचल देता था.

दुर्योधन का शरीर वज्र के समान कठोर था, जिसे किसी धनुष या हथियार मारा नहीं जा सकता था. लेकिन उसकी जांघ में वो शक्ति नहीं थी.

जरासंघ का शरीर दो फाड़ करने के बाद पुनः जुड़ जाता था. 

भीष्म को इच्छा मृत्यु का वरदान मिला था.

अश्वत्थामा के पास वो शक्तियां थीं कि वो दिन ढलने के बाद भी अस्त्र-शस्त्र चला सकता है, जबकि महाभारत में सभी शस्त्र सौर्य उर्जा से ही चलते थे.

यही कारण था कि सूर्य के अस्त होते ही हथियारों की शक्तियां क्षीण हो जाती थीं.