घर-जमीन लेने से पहले वास्तु के ये 5 चेक प्वाइंट्स देख लें
Ritu Singh
अगर आप घर या जमीन लेने का प्लान कर रहे हैं तो आपको वास्तु के कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए.
अगर आप जमीन खरीदने की सोच रहे हैं तो न सिर्फ लोकेशन बल्कि जमीन के शुभ-अशुभ प्रभाव भी जानना जरूरी है.
अगर किसी जमीन के टुकड़े में नकारात्मक ऊर्जा या दोष है तो वहां मकान या व्यवसाय बनाने पर परेशानी हो सकती है.
पीली या या भूरी मिट्टी: शुभ मानी जाती है और समृद्धि लाती है. लाल या मध्यम काले रंग की मिट्टी अशुभ मानी जाती है और बाधाएं उत्पन्न कर सकती है.
जमीन में एक गड्ढा खोदें उसमें पानी भरें और सौ कदम पूर्व दिशा में चलें. अगर आपके लौटने तक पानी बना रहेतो जमीन ठीक है. अगर पानी आधा रह जाए तो सामान्य और सूख जाए तो हानिकारक है. प्रभावित है.
भूमि के उत्तर-पूर्व भाग में कोई पहाड़ी, बहुमंजिला इमारत या फूलदार पेड़ नहीं होना चाहिए. दक्षिण-पश्चिम दिशा में कोई नाला, झील या नदी हो तो आर्थिक नुकसान होता है.
अगर किसी इमारत की नींव खोदते समय सोना, चांदी, कीमती पत्थर आदि मिलें तो जमीन बहुत शुभ मानी जाती है. अगर कोयला, हड्डियाँ या टूटी हुई वस्तुएँ मिलें तो जमीन अशुभ मानी जाती है.
यदि जमीन पर बहुत सारे पुराने पेड़ हों तो यह भूमि अशुभ मानी जाती है. भूमि की सतह समतल और साफ होनी चाहिए.
यदि मिट्टी में कोई दोष है तो उसे शुद्ध करने के लिए कुछ समय के लिए वहां गाय और बछड़े रखने चाहिए. खलिहान बनाकर, गाय के गोबर और गोमूत्र से भूमि को शुद्ध किया जा सकता है.
अगर जमीन पर आग जलाई जाए और वह जल्दी बुझ जाए तो इसका मतलब है कि जमीन अशुभ है. अगर आग अच्छी तरह जलती है तो जमीन शुभ मानी जाती है.