Mar 23, 2024, 12:24 AM IST
महाभारत के भीम में क्यों थी 10 हजार हाथियों जैसी ताकत?
Kuldeep Panwar
महाभारत में पांचों पांडव किसी न किसी देवता के आशीर्वाद से जन्मे थे. इस कारण उनमें उस देवता के भी गुणों की झलक मिलती थी.
भीम पांचों पांडवों में सबसे ज्यादा बलशाली थे. मान्यता है कि उनमें 10,000 हाथियों से भी ज्यादा ताकत थी, लेकिन इसका एक खास कारण था.
भीम को दरअसल यह ताकत जन्म से नहीं मिली थी बल्कि कौरव भाइयों द्वारा उनसे द्वेष रखने से हुई एक घटना के कारण उन्हें ये ताकत मिली थी.
दरअसल भीम गदा युद्ध में महारथी थे, जबकि सबसे बड़ा कौरव दुर्योधन भी गदा युद्ध का माहिर था. इस कारण दोनों आपस में भिड़े रहते थे.
दरअसल भीम खाने-पीने के शौकीन थे. दुर्योधन ने इसका फायदा उठाकर भीम को अकेले खीर खाने का लालच दिया, जिसमें भीम फंस गए.
खीर में दुर्योधन ने विषैले नागों का ऐसा जहर मिला दिया, जिसे खाते ही भीम की मौत तय थी. लेकिन भीम खीर खाकर केवल बेहोश हो गए.
भीम को मरा हुआ समझकर दुर्योधन ने उन्हें नदी में फेंक दिया. भीम नदी में डूबकर नागलोक में पहुंच गए, जहां नागों ने उन पर हमला कर दिया.
जहरीले नागों के लगातर डंसने से भीम की मौत होने के बजाय उल्टा उनके अंदर के जहर का असर खत्म हो गया और वे होश में आ गए.
भीम ने होश में आने पर खुद को नागों से घिरा पाया तो उन्होंने सभी नागों को मारना शुरू कर दिया. कुछ नागों ने यह खबर नागराज वासुकि को दी.
वासुकि और आर्यक नाग उस जगह पहुंचे, जहां भीम नागों से भिड़े हुए थे. आर्यक भीम के नाना के नाना थे, उन्होंने अपने परनाती को पहचान लिया.
आर्यक ने भीम को रोककर परिचय दिया तो भीम ने खीर वाली बात बताई. महाभारत में लिखा है कि आर्यक ने तब भीम को एक खास रस पीने को दिया.
आर्यक के दिए रस के खास गुण के कारण भीम के अंदर 10 हजार हाथियों के बराबर ताकत आ गई थी और वे बेहद बलशाली हो गए थे.
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