Mar 23, 2024, 11:23 AM IST

भीष्म पितामह को मां गंगा ने क्यों दिया था मृत्यु का आशीर्वाद?

Smita Mugdha

महाभारत के प्रमुख किरदारों में से एक भीष्म पितामह का भी है जिनका पूरा जीवन बहुत से उतार-चढ़ाव से भरा था. 

मृत्यु शैय्या पर लेटने से पहले भीष्म पितामह अपनी मां गंगा के पाए गए थे और उन्होंने उनसे आशीर्वाद मांगा था. 

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मां गंगा ने इस मुलाकात में अपने पुत्र भीष्म को मृत्यु का आशीर्वाद दिया था.

भीष्म पितामह युद्ध का नतीजा जानते थे और इसलिए मृत्यु शैय्या पर लेटन से पहले उन्होंने मां से मोक्ष का आशीर्वाद मांगा था. 

इहलोक के कष्टों से मुक्ति के लिए मोक्ष का आशीर्वाद गंगा ने दिया था, लेकिन यह मृत्यु के जरिए ही संभव हो सकता था. 

यही वजह है कि देवी गंगा ने अपने  पुत्र को मृत्यु का आशीर्वाद दिया था जिसमें मोक्ष का वरदान भी निहित था. 

भीष्म पितामह ने जिस जगह पर अपनी बाणों की शैय्या बनाई थी उस जगह को पूर्व संध्या पर गंगा ने खुद अपने हाथों से साफ किया था. 

बाणों की शैय्या पर लेटने से पहले भीष्म पितामह ने द्रौपदी को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद दिया था.

महाभारत के युद्ध में भीष्म पितामह कौरवों की ओर थे, लेकिन पांडवों को विजयी होने का आशीर्वाद दिया था.