Mar 17, 2024, 09:50 AM IST

स्वयंवर की पहली झलक में ही अर्जुन पर कैसे मर-मिटीं थीं द्रौपदी?

Abhishek Shukla

पांचाल नरेश द्रुपुद ने अपनी पुत्री के लिए स्वयंवर आयोजित किया था.

पांडव वनवास काट रहे थे और द्रौपदी के स्यवंवर में पांडव छिपकर पहुंचे.

स्वयंवर की शर्त ऐसी थी, जिसका पूरा होना, लगभग असंभव था.

स्वयंवर की शर्त थी कि वहां रखे धनुष को उठाकर पर प्रत्यंचा चढ़ाकर, नीचे पानी में देखकर ऊपर छत पर घूम रही मछली की आंख को भेद देना.

इस चुनौती के लिए कर्ण तैयार हुआ लेकिन कृष्ण ने इशारा किया कि वह योग्य नहीं है.

द्रौपदी ने कर्ण का अपमान कर दिया.

भगवान कृष्ण ने अर्जुन की ओर इशारा कर दिया, वह ब्राह्मण के भेष में पहुंचे थे.

अर्जुन बहुत आकर्षक थे, उनके रूप, पौरुष और पराक्रम पर द्रौपदी मोहित हो गई थीं.

अर्जुन को देखकर द्रौपदी मोहित हो गईं, कृष्ण ने भी मुस्करा दिया.

अर्जुन ने असंभव में से लगने वाले लक्ष्य को भेद दिया.

अर्जुन ने द्रौपदी का वरण कर लिया. द्रौपदी के भाग्य में 5 पति थे लेकिन अर्जुन उन्हें सबसे ज्यादा चाहते थे.