Jul 14, 2024, 11:09 AM IST

घर में टॉयलेट और किचन अगर है इस दिशा में तो कभी नहीं मिलेगी तरक्की

Ritu Singh

घर का वास्तु विन्यास अगर नियमों के अनुसार न हो तो उससे बहुत सी दिक्कते होती हैं.

वास्तु के अनुसार हर दिशा पर किसी न किसी ग्रह, उसके स्वामी और ब्रह्माण्ड की ऊर्जा का प्रभाव रहता है.

अगर दिशा के अनुसार घर का निर्माण न हो तो उस उर्जा का गलत असर पूरे परिवार पर दिखने लगता है.  

उत्तर पूर्व को ईशान कोण, दक्षिण पूर्व को आग्नेय कोण, दक्षिण पश्चिम को नैऋत्य कोण और उत्तर पश्चिम को वायव्य कोण कहा जाता है. 

और इसी के आधार पर पूरी वास्तु की गणना की जाती है और घर में किचन, बाथरूम, बेडरूम और पूजा घर का निर्माण कराया जाता है.

आज आपको बताएंगे कि किस दिशा में भूलकर भी आपको किचन और बाथरूम नहीं बनवाना चाहिए, क्योंकि ये घर की तरक्की रोक देता है.

घर के ईशान कोण यानी नॉर्थ-ईस्ट में कभी किचन या टॉयलेट न बनवाएं, क्योंकि ये जगह पूजा घर की होती है.

ईशान कोण में टॉयलेट, सेप्टिक टैंक्स, पानी की टंकी, सीढि़यां, स्टोर, रसोई आदि का निर्माण नहीं करना चाहिए क्यूंकि इस से मानसिक परेशानी बढ़ती है.

ईशान कोण में ये चीजें बनवाने से स्वनिर्णय लेने की क्षमता में रुकावट आती है. नेगेटिव सोच का निर्माण होता है.