May 31, 2024, 05:08 PM IST

महाभारत के इन 5 योद्धाओं को बिना छल के मार पाना था मुश्किल

Abhay Sharma

महाभारत काल में कई ऐसे योद्धा थे, जिन्हें हरा पाना असंभव था. अगर छल से इन योद्धाओं को न मारा जाता तो पांडवों के लिए महाभारत का युद्ध जीत पाना मुश्किल था. 

आज हम आपको ऐसे ही 5 योद्धाओं के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें महाभारत युद्ध के दौरान छल से मारा गया, आइए जानते हैं कौन थे ये 5 योद्धा....

भीष्म के वध के लिए अर्जुन शिखंडी का सहारा लेते हैं, जो न तो पुरुष था न स्त्री. भीष्म ने स्त्री पर अस्त्र-शस्त्र न उठाने के की  प्रतिज्ञा ली थी, इसका फायदा उठाकर अर्जुन ने भीष्म को बाणों से छलनी कर दिया. 

गुरु द्रोण को अपने पुत्र अश्वत्थामा से काफी लगाव था. युद्ध के दौरान, भीम ने अश्वत्थामा नाम के हाथी को मार कर ये अफवाह फैलाई की अश्वत्थामा मारा गया. ऐसे में गुरु द्रोण ने अस्त शस्त्र रख दिए, जिसका फायदा उठाकर द्रौपदी के भाई धृष्टद्युम्न ने दोर्ण का वध कर दिया. 

अपने पुत्र अभिमन्यु के वध का बदला लेने के लिए अर्जुन ने जयद्रथ की सूर्यास्त तक वध करने की प्रतिज्ञा ली, ऐसे में कौरवों की सेना उनके बचाव में लग गई. तब कृष्ण ने एक चाल चली और अपनी माया से सूर्य को ढक दिया, जिससे सबको लगा शाम हो गई.  

 सूर्यास्त के बाद युद्ध नहीं लड़ा जाता, ऐसे में जयद्रथ अर्जुन के पास खुद आ गया और फिर श्री कृष्ण के कहने पर अर्जुन ने जयद्रथ का वध कर दिया,  फिर से सूर्यदेव प्रकट हो गए. 

भगवान परशुराम के श्राप के कारण कर्ण आखिरी समय में अपनी विद्या भूल जाते हैं. जब युद्ध करते हुए कर्ण के रथ का पहिया भूमि में धंस जाता है, तो निहत्थे कर्ण पर अर्जुन दिव्यास्त्र चलाकर उनका वध कर देते हैं और आखिरी समय में खुद को बचा नहीं पाते. 

इस युद्ध में दुर्योधन और भीम के बीच गदा युद्ध हुआ, जिसमें कमर से ऊपर प्रहार करने का नियम था. लेकिन,  श्री कृष्ण के कहने पर भीम ने दुर्योधन की कमर के नीचे वार किया. क्योंकि मां की तपस्या के कारण दुर्योधन का शरीर वज्र का बन गया था. पर कमर का निचला हिस्सा कमजोर था. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.