Feb 1, 2024, 08:47 AM IST

कौन हैं ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा कराने वाले गणेश्वर शास्त्री, राम मंदिर से भी है कनेक्शन

Nitin Sharma

वाराणसी जिला अदालत ने हिंदू पक्ष को ज्ञानवापी परिसर में मौजूद व्यास तहखाने में पूजा करने की इजाजत दे दी है.

तहखाने में जिलाधिकारी समेत दूसरे अधिकारियों और आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड की मौजूदगी में पूजा अर्चना की गई. यहां पूजा-पाठ के बाद प्रसाद और चरणामृत बांटा गया. 

काशी के गणेश्वर शास्त्री द्रविड देश के सबसे बड़े ज्योतिषाचार्य हैं. उनका संबंध अयोध्या राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से भी रहा है. 

अयोध्या श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त देश के बड़े आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड ने ही निकाला था.

गणेश्वर शास्त्री मूलरूप से दक्षिण भारत से काशी आए थे. वह वर्तमान समय में काशी के रामघाट इलाके में गंगा किनारे रहते हैं. वह प्रकांड विद्वान हैं. 

गणेश्वर शास्त्री ने ही काशी विश्वधाम के लोकार्पण का शुभ मुहूर्त निकाला था. उन्हें जगद्गुरु रामानंदाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. 

बताया जाता है कि देश में गणेश्वर शास्त्री ग्रह, नक्षत्र और चौघड़ियों का सबसे ज्यादा ज्ञान रखते हैं. उनके बराबर का कोई ज्योतिषचार्य नहीं है.

गणेश्वर शास्त्री के पास बड़े बड़े मुहूर्तों में संकट से निकालने की भी कला है. वह यहां बच्चों को आचार्य बनाने से लेकर कर्मकांड की पढ़ाई कराते हैं.