श्री कृष्ण और अर्जुन के रिश्ते के बारे में तो सभी जानते हैं पर क्या आप जानते हैं कि दुर्योधन से भी उनका गहरा रिश्ता था.
भगवान श्रीकृष्ण और दुर्योधन एक दूसरे के समधी थे.
श्रीकृष्ण और उनकी रानी जामवंती के पुत्र साम्ब का विवाह दुर्योधन की पुत्री लक्ष्मणा से हुआ था.
कहा जाता है कि कृष्ण जी और दुर्योधन इस विवाह के लिए सहमति नहीं थे पर लक्ष्मणा और साम्ब एक दूसरे से बहुत प्रेम करते थे.
फिर क्या था लक्ष्मणा की सहमति से उसके स्वयंवर में साम्ब ने उसका हरण कर लिया और फिर हुआ कुछ यूं कि कौरवों ने साम्ब को बंदी बना लिया.
तब श्री कृष्ण ने हस्तिनापुर पर हमला करने का फैसला लिया था पर उनके बड़े भाई बलराम ने उन्हें रोक दिया.
कहा कि उन्होंने दुर्योधन को गदा चलाना सिखाया था इस नाते वो उनका शिष्य है. फिर बलराम ने कहा था कि वो स्वयं हस्तिनापुर जाएंगे और बिना युद्घ के साम्ब को छुड़ाकर लाएंगे.
हालांकि वहां पहुंचकर उनका काफी अपमान हुआ और फिर बलराम ने हस्तिनापुर को उखाड़ लिया और उसे गंगा नदी में प्रवाहित करने के लिए ले जाने लगे.
इस पर दुर्योधन अपने भाईयों के साथ बलराम के समक्ष पहुंचे और माफी मांगी. इसके बाद साम्ब और लक्ष्मणा का विवाह हो गया.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.