महाभारत युद्ध के बीच क्यों आत्महत्या करने चल दिये थे अर्जुन
Nitin Sharma
महाभारत में अर्जुन श्रीकृष्ण के बाद सबसे बड़े योद्धा और धनुर्धरी थे. उन्होंने ही कर्ण का वध किया.
महाभारत से लेकर जब भी पांडवों की बात की जाती है तो अर्जुन का नाम सबसे ज्यादा बार लिया जाता है.
श्रीकृष्ण से ज्ञान लेकर अर्जुन ने महाभारत युद्ध में जीत दर्ज की, लेकिन ऐसा भी समय आया, जब अर्जुन आत्महत्या करने चल दिये थे.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाभारत युद्ध के 17वें दिन कर्ण ने युधिष्ठिर और उनकी बुरी तरह घायल कर दिया. इस पर युधिष्ठिर को मैदान छोड़ना पड़ा.
जैसे ही यह बात अर्जुन को पता चली. वो युधिष्ठिर का हाल चाल जानने पहुंचे. वहीं युधिष्ठिर को लगा कि अर्जुन कर्ण के वध का समाचार लेकर आये हैं. ऐसा नहीं होने पर युधिष्ठिर ने गांडीव का अपमान किया.
गांडीव का अपमान करने पर अर्जुन को गुस्सा आ गया. इस पर उन्होंने युधिष्ठिर का अपमान किया. बड़े भाई का अपमान कर अर्जुन दुखी हो गये.
भाई के अपमान के दुख में अर्जुन ने आत्महत्या करने के लिए तलवार उठा ली, लेकिन श्रीकृष्ण ने उन्हें रोककर कहा कि तुम स्वयं अपनी तारीफ कर लो. ऐसा करना आत्महत्या करने के समान होता है.
श्रीकृष्ण के कहने पर अर्जुन ने खुद की तारीफ की. ऐसा कर भगवान ने अर्जुन को आत्महत्या करने से रोक लिया.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)