महाभारत के इस योद्धा ने 2 माताओं के गर्भ से लिया था जन्म
Nitin Sharma
महाभारत में सबसे ज्यादा जिक्र कौरवों और पांडवों के बीच हुए युद्ध का किया जाता है.
लेकिन महाभारत में इसके अलावा भी कई ऐसे पात्र और योद्धा थे, जिनकी कहानी सुनकर आप हैरान रह जाएंगे.
इन्हीं में से एक महाभारत का योद्धा जरासंध था, जिसने दो माताओं की कोख से जन्म लिया. आइए जानते हैं कि आखिर क्यों और कैसे दो अलग अलग माताओं की कोख से जन्मा जरासंध.
दरअसल महाभारत में मगध के राजा बृहद्रनाथ की दो रानियां थीं. वह दोनों को बेहद प्रेम करते थे.
लेकिन बृहद्रनाथ की दोनों रानियों से उसे संतान की प्राप्ति नहीं हो रही थी.
इस पर राजा संतान की आस लेकर ऋषि चंद्रकौशिक के पास पहुंचे और उनकी बहुत सेवा कर संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मांगा. ऋषि चंद्रकौशिक ने राजा बृहद्रनाथ को 1 सेब दिया और कहा कि जिसे भी ज्यादा प्रेम करते हैं. उस रानी को ये सेब खिला देना.
राजा अपनी दोनों रानियों को एक समान प्यार करते थे. इसलिए उन्होंने दोनों को ही सेब थमा दिया. दोनों रानियों ने सेब को काटकर आधा आधा खा लिया, जिसके बाद वे गर्भवती हो गई.
कुछ महीनों बाद दोनों रानियों के गर्भ से आधे आधे बच्चे ने जन्म लिया. यह देखते ही रानियां घबरा गई और बच्चे को जंगल में फेंक दिया.
इस दौरान जंगल में जरा नाम की जादूगरनी थी. उसकी नजर यहां पड़े बच्चे पर पड़ी तो उसने दोनों बच्चे टुकड़े को जोड़ दिया. इसका पता राजा बृहद्रनाथ को लगा तो उन्होंने बेटे का नाम जरासंध रख दिया.
जरासंध ने ही भीम के साथ युद्ध किया था, जिसमें लंबे संघर्ष के बाद वह मारा गया.