महाभारत में द्रौपदी क्यों अपने पति भीम को मारना चाहती थीं, जानें ये रहस्य
Aditya Prakash
महाभारत में एक से बढ़कर एक कथाएं है, साथ ही इन कथाओं में कई रहस्य छिपे हुए होते हैं. एक ऐसा ही रहस्य है जब द्रौपदी अपने पति भीम को मारना चाहती थीं.
द्रौपदी को मां काली का रूप माना जाता है, इस संदर्भ में केवल अर्जुन और युधिष्ठिर ही जानते थे.
एक दिन अर्जुन द्रौपदी के कक्ष में उनके पैर दबा रहे थे. उसी समय भीम वहां पहुंच गए, अर्जुन और द्रौपदी को इस अवस्था में देखकर वो क्रोधित हो उठे.
क्रोध के मारे भीम अर्जुन के सिर पर अपने गदे से प्रहार करने ही वाले थे कि युधिष्ठिर दौड़े आए और उन्हें रोक लिया.
क्रोधित भीम को युधिष्ठिर ने समझाया कि ये अर्जुन और द्रौपदी का आपसी प्रेम है. इसके बाद भीम उस कक्ष से बाहर चले गए, उन्होंने देखा कि पेड़ के नीचे एक सभा लगी हुई थी.
उस सभा में शिवजी, ब्रह्माजी और इंद्रदेव समेत कई देवता उपस्थित थे. उस सभा को भगवान श्री कृष्ण संबोधित कर रहे थे.
वहां द्रौपदी मां काली के रूप में एक हाथ में खप्पर और दूसरे हाथ में कटार लेकर आती हैं. वो कहती हैं कि माधव मेरे सखा हैं वो मेरा आधा खप्पर भीम के रक्त से और आधा कुरुवंश के रक्त से भरवाएंगे.
ये देखकर भीम समझ जाते हैं कि द्रौपदी असल में मां काली की रूप हैं. श्री कृष्ण द्रौपदी को समझा-बुझाकर भीम की जान बचाते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.