Aug 11, 2024, 06:59 PM IST

अधर्मी दुर्योधन को स्वर्ग और पांडवों को नर्क क्यों मिला था?

Aditya Katariya

आपने सुना होगा कि महाभारत युद्ध में अधर्मी दुर्योधन को स्वर्ग मिला था, जबकि धार्मिक पांडवों को नर्क.

 यह सुनकर आपको आश्चर्य हो सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे क्या कारण थे. अगर नहीं तो आइए जानते हैं.

दुर्योधन ने पांडवों के साथ अनेक छल किए और द्रौपदी के चीरहरण जैसा घिनौना अपराध भी किया, लेकिन फिर भी उसकी मृत्यु के बाद उसे नरक के बजाय स्वर्ग मिला.

जब धर्मराज युधिष्ठिर ने दुर्योधन को स्वर्ग में देखा तो वे हैरान रह गए. उन्होंने इंद्रदेव से पूछा कि दुर्योधन जैसे पापी को स्वर्ग क्यों मिला? 

इंद्रदेव ने बताया कि दुर्योधन ने युद्ध में बहादुरी से लड़ा था और एक क्षत्रिय के लिए युद्ध में वीरगति प्राप्त करना बहुत बड़ी बात मानी जाती है.

भले ही दुर्योधन में ईर्ष्या, छल और अहंकार जैसे कई बुरे गुण थे, लेकिन उसकी बहादुरी और दृढ़ता को कृष्ण और अर्जुन जैसे महान योद्धा भी मानते थे.

पांडवों ने भी अपने जीवन में कुछ पाप और गलतियां की थीं जिसके कारण उन्हें कुछ समय के लिए नरक भी जाना पड़ा था.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.