Apr 12, 2024, 09:16 AM IST
कुरुक्षेत्र को लेकर कहा जाता है कि महाभारत के हजारों साल बाद भी महा युद्ध की कई निशानियां आज भी मौजूद हैं.
इसी स्थान पर महाभारत युद्ध में द्रोणाचार्य ने चक्रव्यूह की रचना की थी.
कर्ण ने यहीं पर अभिमन्यु को धोखे से मारा था, जिससे वह वीरगति को प्राप्त हुआ.
कुरुक्षेत्र के इसी स्थान पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश भी दिया था.
आज हम आपको द्रौपदी जुड़ी एक जगह के बारे में बताएंगे, जहां वह उन्होंने अपने खून से सने बाल धुले थे.
कुरुक्षेत्र में एक 100 फुट गहरा कूप है, जिसे द्रौपदी कूप के नाम से जाना जाता है.
बताया जाता है कि द्रौपदी रोजाना इसी कुएं के जल से स्नान करती थी.
द्रौपदी ने महाभारत युद्ध में भीम द्वारा दुशासन को मारने के बाद द्रौपदी ने अपने खुले केश दुशासन के खून से रंगे थे और प्रतिज्ञा पूरी की थी.
इसके बाद द्रौपदी ने अपने खुले केशों को इसी कूप में आकर धोया था.