Dec 7, 2023, 12:50 PM IST

पांडु के साथ जलकर क्यों सती हो गई थीं माद्री

DNA WEB DESK

महाराज पांडु की दो पत्नियां थीं, कुंती और माद्री. 

जब पांडु का निधन हुआ तो माद्री ने उनकी चिता के साथ सती होने का निर्णय लिया.

कुंती ने जीवन चुना, माद्री ने मौत. इसकी वजह आत्मग्लानि है.

महाराज पांडु को यह शाप मिला था कि वे अपनी पत्नियों से संबंध नहीं बना सकते हैं.

एक दिन पांडु माद्री को देखकर मोहित हुए और संबंध बना लिया. महाराज पांडु की मौत हो गई. उन्हें यह शाप ऋषि किंदम ने दिया था.

पांडु कुंती और माद्री के साथ आखेट पर गए थे, तभी झुरमुट में उन्हें कुछ होता नजर आया. उन्हें लगा यह हिरण होगा. उन्होंने बाण चला दिया.

असल में किंदम अपनी पत्नी के साथ सहवास कर रहे थे, तभी उस पर तीर चला दिया. वे जख्मी हो गए. उन्होंने शाप दिया कि जब भी तुम किसी स्त्री के साथ संबंध बनाओगे तो तुम्हारा निधन हो जाएगा. 

एक दिन वर्षा ऋतु में माद्री को देखकर पांडु मोहित हुए, सहवास किया और उनका निधन हो गया.

माद्री को लगा कि पति की जान उनकी वजह से गई है. उन्होंने आत्मग्लानि में सती होने का निर्णय लिया. कुंती ने पांडवों को संभाला और माद्री अपने पति के साथ सती हो गईं.