Mar 15, 2024, 08:57 PM IST

महात्मा बुद्ध की ये चार बातें गांठ बांध लें, फेल होने का डर खत्म हो जाएगा 

Smita Mugdha

करियर हो या कोई और काम अक्सर सफलता और असफलता एक साथ ही चलती है. 

आम तौर पर जब हमें असफलता मिलती है, तो हम निराश हो जाते हैं और बहुत सी चीजों को दोष देने लगते हैं. 

अगर आप महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर ध्यान देंगे, तो समझ जाएंगे कि सफलता में न तो अतिउत्साहित होंगे और न ही असफलता में निराश होंगे. 

महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं में सबसे ऊपर है आत्म-विचार यानी कि अपने हर कदम, प्रयास के बारे में हम खुद विचार करें. 

अगर हम असफल होने पर अपने काम करने के तरीके, कोशिशों पर विचार करेंगे तो खुद ही अपनी कमी समझ लेंगे.

महात्मा बुद्ध जीवन में हर परिस्थिति में सम भाव रखने की शिक्षा देते हैं. यानी कि न तो बहुत उत्साहित हों और न बहुत निराश. 

इसी तरह से बुद्ध की एक प्रमुख शिक्षा है करुणा. असफल होने पर अक्सर हम अपने प्रति भी बहुत कठोर हो जाते हैं. 

अगर हमारे अंदर करुणा होगी, तो हम समझ सकेंगे कि असफलता में भी न तो अपने प्रति और न किसी और के प्रति बहुत कठोर होना चाहिए. 

बुद्ध सत्य पर बहुत जोर देते हैं. सत्य का एक अर्थ ईमानदार होना भी है और इसलिए जब असफल हों, तो ईमानदारी से अपना मूल्यांकन करें.