Sep 27, 2023, 07:16 PM IST

नागा साधुओं को इस कारण नहीं लगती गर्मी और सर्दी

Aman Maheshwari

नागा साधु बिना कपड़ों के नग्न अवस्था में ही भगवान की भक्ति में डूबे रहते हैं. यह बाबा सर्दी गर्मी में कभी भी कपड़े नहीं पहनते हैं.

सर्दी और गर्मी के होने पर भी इन्हें तापमान का एहसास नहीं होता है. इन्हें कडाके की ठंड में भी ठंड नहीं लगती हैं.

नागा साधु बनने के लिए कठिन तपस्या से गुजरना होता है. प्रक्रिया में 12 साल तक का समय लगता है. इन्हें ब्रह्मचार्य की शिक्षा भी दी जाती है.

कुंभ मेले में लाखों की संख्या में नागा साधु स्नान करने के लिए आते हैं. यह साधु हिमालय पर तपस्या करते हैं. यह मोह को त्याग देते हैं.

नागा साधुओं के तन पर कोई भी कपड़ा नहीं होता है. यह वस्त्र पूरी तरह त्यागते हैं. कपड़े न पहनने के बाद भी इन्हें ठंड नहीं लगती है.

इन साधुओं के ठंड न लगने के पीछे कारण है कि यह साधु लंबे समय तक योग और तपस्या करते हैं जिससे इनके शरीर पर प्रकृतिक चीजों को असर नहीं पड़ता है.

वह शरीर को गर्म रखने के लिए योग करते हैं. योग के जरिए वह इंद्रियों और शरीर को काबू में कर लेते हैं. जिससे की उन्हें ज्यादा गर्मी और सर्दी का अहसास नहीं होता है.